ब्यावर जिला दर्शन | beawar district.
Beawar jila :- ब्यावर राजस्थान का नया जिला है । इसे अजमेर, पाली तथा भीलवाङा तीन जिलो को तोङकर बनाया गया है । ब्यावर जिले मे 6 उपखण्ड और 7 तहसीले (tehsil) है । यह जिला अजमेर संभाग मे आता है । ब्यावर जिला बनने की घोषणा 17 मार्च 2023 को हुई थी । beawar jile का स्थापना दिवस 7 August 2023 को बनाया था । ब्यावर जिले के प्रथम जिला क्लेक्टर का नाम श्री रोहित सिंह तोमर है ।
ब्यावर जिले की तहसीले (beawar jile ki tehsil)
1. ब्यावर
2. टाटगढ़
3. जैतारण
4. मसूदा
5. विजयनगर
6. रायपुर
7. बदनोर
ब्यावर जिले की सीमा ( beawar jila ki seema )
ब्यावर अंतवर्ती जिला है । यह जिला कोई अन्तराज्य तथा अंत राष्ट्रीय सीमा नहीं बनाता है ।
1. अजमेर
2. नागौर
3. जोधपुर ग्रामीण
4. भीलवाङा
5. केकङी
6. राजसमंद
7. पाली
ब्यावर जिले की नदियाँ
लूनी नदी
लूनी नदी अजमेर जिले से ब्यावर जिले जैतारण तहसील मे प्रवेश करती है । यह नदी अजमेर, नागौर ,ब्यावर, जोधपुर, संचौर एवं बालौतरा जिले मे बहती है ।
खारी नदी
खारी नदी भी ब्यावर जिले से गुजरती है ।
नारायण सागर बांध
नारायण सागर बांध खारी नदी पर ब्यावर जिले मे बना हुआ है ।
ब्यावर जिले के उधोग
दी कृष्णा मिल्स लिमिटेड
दी कृष्णा मिल्स लिमिटेड कंपनी की स्थापना 1889 ई. । यह ब्यावर जिले मे है । इस मिल के मालिक सेठ दामोदर दास राठी है । यह राजस्थान की प्रथम सूत्ती वस्त्र मिल है ।
ब्यावर जिले मे अन्य सूत्ती वस्त्र मिल निम्न लिखित
दी एडवर्ड मिल्स 1906
माहाल्क्षमी मिल्स 1925
सुघनी नसवार
सुघनी नसवार का कारखाना ब्यावर जिले मे है ।
श्री सीमेन्ट कारखाना
श्री सेमेन्ट कंपनी का कारखाना ब्यावर जिले मे स्थित है ।
तिलपट्टी उधोग
नरबङखेङा गाँव
नरबङखेङा गाँव beawar jila मे है । यहा पर रीको द्वारा वुमन काम्पलेक्स की स्थापना की गई है ।
गिरी सुमेल का मैदान
गिरी सुमेल का मैदान ब्यावर जिले की जैतारण तहसील मे है । यहाँ पर शेरशाह सूरी व मालदेव के मध्य युद्ध हुआ था । जिसे गिरी सुमेल का युद्ध कहते है । इसमे शेरशाह सूरी विजय रहा था । तथा इसी युद्ध के बाद शेरशाह सूरी ने कहा था कि मै मुठ्ठी पर बाजरे के लिए हिन्दुस्तान की बादशाहत खौ देता ।
ब्यावर छावनी
1857 ई. की क्रांति के समय ब्यावर एक छावनी थी लेकिन यह छावनी विद्रोह का केन्द्र नही रही है ।
टाडगढ दुर्ग
टाडगढ दुर्ग ब्यावर जिले के बोरासवाङा मे है । इस गिरी दुर्ग का निर्माण जेम्स कर्नल टाॅड ने करवाया। इस दुर्ग को बनाने के लिए आर्थिक सहायता भीमसिंह द्वितीय ने दी थी ।
कुशल माता का मंदिर
कुशल माता जी के मंदिर का निर्माण महाराणा कूम्भा ने बदनोर के युद्ध मे विजय के उपलक्ष्य मे करवाया था । यह मंदिर बदनोर मे स्थित है ।
बादशाह का मेला
बादशाह का मेला ब्यावर जिले मे लगता है । इस मेले मे बादशाह की सवारी भी निकलती है । जिसमे बीरबल के द्वारा भैरव नृत्य कीया जाता है ।
तेजा चौक
तेजाजी का सबसे बङा चौक ब्यार जिले मे स्थित है ।
ब्यावर जिले के बारे मे महत्वपूर्ण तथ्य
- राजस्थान का पहला पूर्ण साक्षर गाँव मसूदा ब्यावर जिले मे आता है ।
- 1857 की क्रान्ति के समय ब्यावर क छावनी थी ।
- ब्यार जिला अजमेर संभाग मे आता है ।
- ब्यावर जिले मे टाडगढ जिले के नजदीक रावली अभ्यारण स्थित है ।
- ब्यावर राजस्थान मे सूती वस्त्र उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।
- ब्यावर मे ऊन मण्डी स्थित है, जो भारत भर मे प्रसिद्ध है।
- ब्यावर का पिन कोड( pin cod) नंबर 305901 है ।